Grihasth Tantra

Author: Rudransh

गणपति साधना

श्री संकटनाशन गणपति अनुष्ठान

गणपति के अनेक तंत्रोक्त विग्रह हैं। इन विग्रहों की साधना, साधक की मुख्य साधना पर निर्भर करेगा। जैसे साधक अगर महादुर्गा भगवती की मुख्य साधना करेगा तो गणपति भी महागणपति होंगे, भगवती बगला की करना हो तो हरिद्रा गणपति होंगे, महाविद्या मातंगी की करना हो तो उच्छिष्ट गणपति होंगे इत्यादि।

Read More
आगामी पर्वगणपति साधना

श्री गणपति रहस्य

ज्योतिष शास्त्र में जन्म नक्षत्रानुसार जातक तीन गणों में से एक गण के अंतर्गत आता है। वे तीन गण देव,मानव,राक्षस हैं तथा इनके अधिपति भी भगवान गणपति हैं। छन्द शास्त्र के आठ गण जिनका नाम क्रमशः मगण,नगण,भगण,यगण,जगण,रगण,सगण व तगण है,इनके अधिष्ठातृ देवता भी श्री गणेश जी हैं। अक्षरों को ‘गण’ कहा जाता है,एवं उनके ईश हैं भगवान ‘गणेश’ इसी कारण विद्या बुद्धि के प्रदाता भगवान गणेश कहे गयें हैं।

Read More
वैष्णव साधनाएं

श्री दत्तात्रेय दीक्षा।महागुरु वरण की पूर्ण विधि।इस विधान से स्वयं लें देवगुरु दीक्षा

भगवान दत्तात्रेय और भगवान दक्षिणामूर्ति शिव के लिये दैव दीक्षा विधान तंत्र मार्ग में प्राप्त होती है। उपरोक्त विधि से

Read More