उपदेश मात्र से सिद्ध होने वाली भगतवाल की देवी जो देती है सटीक बुझा।
यह शक्ति एक बार सिद्ध होने के बाद फिर एक वंश या कुल में मात्र उपदेश से ही सिद्ध होकर
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Read Moreमुस्लिम तंत्र की समस्या से परेशान स्त्री पुरुष इस विधान को लगातार ग्रहण में करें। बड़ा से मुस्लिम तंत्र का
Read Moreगणपति के अनेक तंत्रोक्त विग्रह हैं। इन विग्रहों की साधना, साधक की मुख्य साधना पर निर्भर करेगा। जैसे साधक अगर महादुर्गा भगवती की मुख्य साधना करेगा तो गणपति भी महागणपति होंगे, भगवती बगला की करना हो तो हरिद्रा गणपति होंगे, महाविद्या मातंगी की करना हो तो उच्छिष्ट गणपति होंगे इत्यादि।
Read Moreज्योतिष शास्त्र में जन्म नक्षत्रानुसार जातक तीन गणों में से एक गण के अंतर्गत आता है। वे तीन गण देव,मानव,राक्षस हैं तथा इनके अधिपति भी भगवान गणपति हैं। छन्द शास्त्र के आठ गण जिनका नाम क्रमशः मगण,नगण,भगण,यगण,जगण,रगण,सगण व तगण है,इनके अधिष्ठातृ देवता भी श्री गणेश जी हैं। अक्षरों को ‘गण’ कहा जाता है,एवं उनके ईश हैं भगवान ‘गणेश’ इसी कारण विद्या बुद्धि के प्रदाता भगवान गणेश कहे गयें हैं।
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