Description
यह कवच हम सभी सनातनियों के लिए अत्यंत विशिष्ट है। भगवान महादेव के पंच मुख पंचानन स्वरुप का तंत्रोक्त उपस्थित पंचाक्षरी विद्या के साथ है यह। सद्योजात, ईशान, वामदेव, तत्पुरुष और अघोर इन पांच प्रमुख स्वरुपों के प्रतीकाक्षर या कहें तो साक्षात स्वरुप है शिव पंचाक्षरी मंत्र नमः शिवाय। यह पंचाक्षरी कवच सर्वसिद्धि को प्रदान करने वाला व लौकिक पारलौकिक सुख समृद्धि को देने वाला है। अगर आप नित्य पंचाक्षरी मंत्र का पांच माला जप इस कवच को धारण करके करतें हैं तो भगवान शिव का विशेष कृपा पात्र बनतें हैं।
महाकुंभ समापन के उपरांत 26 फरवरी के पश्चात अगले 15-30 दिनों में यह कवच आपको प्राप्त हो जायेगा।
ध्यान दें – कवच यंत्र का संलग्न छायाचित्र केवल प्रदर्शन हेतु है। कवच के चांदी निर्मित खोल का डिजाइन दिखाये गये चित्र से भिन्न हो सकता है।
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