Description
भगवती कामाख्या के कवच में दसों महाविद्याओं की उपस्थिति है। भगवती काली स्वरूप से रक्षण तो त्रिपूर भैरवी स्वरूप से पोषण करतीं हैं। देवी का यह दिव्य कवच प्रत्येक स्त्री को अवश्य धारण करना चाहिए। सुतक पातक में, मासिक धर्म आदि की स्थिति में भी इस कवच को कभी नहीं शरीर से अलग करना है। धारिता की सदैव प्रत्येक परिस्थिति में रक्षण होती है। धारणकर्त्ता नित्य कामाख्या कवच का पाठ करें तो अनेको कृपा प्राप्त होती है। पुरुष भी भगवती के इस कवच को धारण कर नित्य रक्षा प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कामाख्या कवच धारण कर स्त्री से अकारण गलत व्यवहार या प्रताड़ित करने पर दुर्दिन सदा के लिए आपके जीवन में निवास करने लगता है।
महाकुंभ समापन के उपरांत 26 फरवरी के पश्चात अगले 15-30 दिनों में यह कवच आपको प्राप्त हो जायेगा।
ध्यान दें – कवच यंत्र का संलग्न छायाचित्र केवल प्रदर्शन हेतु है। कवच के चांदी निर्मित खोल का डिजाइन दिखाये गये चित्र से भिन्न हो सकता है।
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