Description
भगवान बटुक भैरव के इस कवच की क्षमता अत्यंत घातक है। धारक के हर वायव्य बाधा से रक्षा होती है। विशेष कर अतिउग्र ब्रह्म राक्षस,डाकिनी शाकिनी आदि का दुष्प्रभाव हो तो इस कवच को धारण कर नित्य सुबह शाम बटुक भैरव ब्रह्म कवच का 5-5 पाठ भी करें। शीघ्र लाभ होगा।
शुद्ध चांदी निर्मित इस कवच पर जन्म व मृत्यु सुतक का कोई दोष नहीं। सूतक उपरांत केवल गाय के दुध व पंचामृत से स्नान कराकर धुप दीप दिखायें तथा पुनः धारण कर लें। अगर धागा में पहनें हैं तो सूतक उपरांत धागा बदल लें।
महाकुंभ समापन के उपरांत 26 फरवरी के पश्चात अगले 15-30 दिनों में यह कवच आपको प्राप्त हो जायेगा।
ध्यान दें – कवच यंत्र का संलग्न छायाचित्र केवल प्रदर्शन हेतु है। कवच के चांदी निर्मित खोल का डिजाइन दिखाये गये चित्र से भिन्न हो सकता है।
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