Description
त्रिदेवों के साक्षात अंश को धारण करने वाले ब्राह्मण में गुरु तत्व का प्रतिपादन करने वाले, वैष्णव शैव कपालिक कौल अघोर सभी प्रमुख कुलाचारों के आदि गुरु भगवान दत्तात्रेय के आविर्भाव अवतरण तिथि पर भगवान दत्तात्रेय व उनकी महाशक्ति भगवती अनघा लक्ष्मी के दिव्य तंत्रोक्त याग का आयोजन गृहस्थ तंत्र परिवार द्वारा किया जा रहा है।
इस अनुष्ठान में विविध तंत्रोक्त सामग्रियों से भगवान दत्तात्रेय व भगवती अनघा समेत समस्त सिद्ध मंडल के प्रसन्नता हेतु सहस्राधिक आहुतियां दी जायेंगी। कुलपितरों की तृप्ति , अभिचार मुक्ति, शत्रुओं के विद्याओं का बंधन, समस्त वायव्य दोषों का शमन, ग्रह पीड़ा शमन व धन धान्य समृद्धि के हेतु सभी के लिये संकल्प रहेगा
श्री महासिद्ध मंडल याग
इस विधान में भगवती अनघा व भगवान दत्तात्रेय समेत महासिद्ध मंडल यंत्र पर उनका विधिवत आगमोक्त राजसोपचार पूजन होगा व समस्त अंग विद्याओं का मंडल सहित विशेष तर्पण। तथा निशाकाल में बीज युक्त दकारादि तंत्रोक्त सहस्रनामावली से विभिन्न जड़ी बूटियों द्वारा हवन।
इस विधान में संकल्पित साधकों को अनुष्ठान की पूर्णता उपरांत प्रसाद, भस्म, रक्षा सूत्र व रजत युक्त श्री दत्त वज्र दंड भेजा जायेगा।
इन सभी के साथ ही मणिकर्णिका घाट स्थित भगवान दत्तात्रेय के पादुका स्थल पर यथासामर्थय पूजन व 15 दिसंबर को देवराहा बाबा आश्रम पर साधुओं का भंडारा आप सभी गृहस्थ तंत्र साधकों के कल्याणार्थ संकल्प से कराया जाना निश्चित हुआ है।
साथ ही स्मरण दिला दें की श्रीमद्भागवत जी के मूल पंच पारायण की पूर्णाहुति भी 15 दिसंबर को ही है( इस चैत्र नवरात्र से लेकर मार्गशीर्ष अमावस्या तक जो भी लोग गृहस्थ तंत्र द्वारा कोई भी अनुष्ठान करवायें हैं उन सभी के नाम से संकल्पित पाठ चल रहा है निशुल्क).
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